Chupke Chupke Chal Re Purvaiya Song
The Chupke Chupke Chal Re Purvaiya song written by Anand Bakshi and sung by Lata Mangeshkar. It was composed by S. D. Burman and released by Shemaroo Entertainment in year 1975.
The Chupke Chupke Chal Re Purvaiya song written by Anand Bakshi and sung by Lata Mangeshkar. It was composed by S. D. Burman and released by Shemaroo Entertainment in year 1975.
Chupke chupke chal ri puravaiya O chupke chupke chal ri puravaiya Chupke chupke chal ri puravaiya Baansuri bajaaye re raas Rachaaye dayya re dayya Gopiyon sang kanhaiya Chupke chupke chal ri puravaiya Chupke chupke chal ri puravaiya Pagal pavan se kaise koi bole Pagal pavan se kaise koi bole Gori ke mukh se ghunghata na khole Dole haule se man ki naiya Gopiyon sang kanhaiya Chupke chupke chal ri puravaiya Chupke chupke chal ri puravaiya Ye kya hua mujhko Kya hai ye paheli Ye kya hua mujhko Kya hai ye paheli Aise jaise ke koi raadha Ki saheli main bhi Dhundhu kadam ki chainya Gopiyon sang kanhaiya Chupke chupke chal ri puravaiya Chupke chupke chal ri puravaiya Aaise samay pe koi Chup bhi rahe kaise Aaise samay pe koi Chup bhi rahe kaise Baandh liye rut ne Pag main ghungharu jaise Naache man ta thaiyya ta thaiya Gopiyon sang kanhaiya Chupke chupke chal ri puravaiya Chupke chupke chal ri puravaiya.
चुपके चुपके चल री पुरवैया ो चुपके चुपके चल री पुरवैया चुपके चुपके चल री पुरवैया बांसुरी बजाये रे रास रचाये दईया रे दईया गोपियों संग कन्हैया चुपके चुपके चल री पुरवैया चुपके चुपके चल री पुरवैया पागल पावैं से कैसे कोई बोले पागल पावैं से कैसे कोई बोले गोरी के मुख से घुंघटा न खोले डोले हौले से मन की नैया गोपियों संग कन्हैया चुपके चुपके चल री पुरवैया चुपके चुपके चल री पुरवैया ये क्या हुआ मुझको क्या है ये पहेली ये क्या हुआ मुझको क्या है ये पहेली ऐसे जैसे कि कोई राधा की सहेली मैं भी धुन्धु कदम की छैंया गोपियों संग कन्हैया चुपके चुपके चल री पुरवैया चुपके चुपके चल री पुरवैया ऐसे समय पे कोई चुप भी रहे कैसे ऐसे समय पे कोई चुप भी रहे कैसे बाँध लिए रुत ने पग में घुँघरू जैसे नाचे मन ता थैया ता थैया गोपियों संग कन्हैया चुपके चुपके चल री पुरवैया चुपके चुपके चल री पुरवैया.